Gurugram News Network – शहर में कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है। वहीं, अपनी मांगों को लेकर डॉक्टरों ने भी हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों की तरफ ध्यान न दिया तो वह 29 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। वहीं, बुधवार को ओपीडी बंद होने के कारण मरीजों को बिना इलाज कराए वापस लौटना पड़ा। बुधवार को कड़कड़ाती ठंड में मरीज अस्पताल तो पहुंचे लेकिन किसी भी मरीज को इलाज नहीं मिल सका जिसके कारण उन्हें परेशान होकर वापस लौटना पड़ा।
मरीज सरिता, मालती की माने तो वह अस्पताल में ठंड के बीच भी इलाज कराने के लिए आए थे, लेकिन अस्पताल पहुंचने के बाद उन्हें पता लगा कि डॉक्टरों की हड़ताल है। न तो उनके पास इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल का बिल भरने के पैसे हैं और न ही उन्हें सिविल अस्पताल में इलाज मिल रहा है। ऐसे में उन्हें परेशान होकर वापस लौटना पड़ रहा है।
वहीं, हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट डॉ केशव शर्मा ने बताया कि पिछले काफी समय से वह सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग से मांग कर रहे है कि हरियाणा में डॉक्टरों का स्पेशल कैडर बनाया जाए। इसके अलावा एसएमओ की सीधी भर्ती बंद हो एवम पीजी कोर्स में 40 प्रतिशत वेटेज दी जाए, लेकिन न तो हरियाणा सरकार और न ही स्वास्थ्य विभाग उनकी मांगों पर गौर कर रहा है, जिसके चलते मजबूरी में डॉक्टर को हड़ताल जैसा कदम उठाने को मजबूर होना पड़ रहा है। कुछ मांगों को सरकार मान भी चुकी है, लेकिन लागू नहीं कर रही है। इसके विरोध में ही वह इस हड़ताल को करने पर विवश हुए हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों को न माना गया तो वह 29 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।